व्याख्या करके बताइए कि अर्धसूत्री विभाजन और युग्मक जनन सदैव अंतर संबंधित होते हैं।
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व्याख्या करके बताइए कि अर्धसूत्री विभाजन और युग्मक जनन सदैव अंतर संबंधित होते हैं।
लैंगिक जनन करने वाले जीव धारियों में प्रजनन के समय अर्धसूत्री विभाजन (Meiosis) तथा युग्मक जनन ( Gametogenesis) की प्रक्रियाएं होती है।
सामान्यतः लैंगिक जनन करने वाले जीव द्विगुणित होते हैं। युग्मक निर्माण की प्रक्रिया को युग्मक जनन ( Gametogenesis) कहते है।
यह विभाजन गुणसूत्रों की जनन कोशाओं में होता है। नर में शुक्राणुओं के निर्माण व मादा में अंडाणुओं के निर्माण के समय अर्धसूत्री विभाजन होता है जबकि पौधों में परागकण व भ्रूण कोष के निर्माण के समय होता है।
विभाजित होने वाली कोशिकाओं की संख्या वी द्विगुणित (Diploid) 2n होती है। इस विभाजन के फलस्वरूफ संतति कोशिकाओं में गुणसूत्र की संख्या मातृ कोशिकाओं से आधी रह जाती है अर्थात युग्मक अगुणित n होते हैं। युग्मकों के संयोजन से युगमनज बनता है जिससे गुणसूत्रों की संख्या फिर से द्विगुणित 2n हो जाती है। अतः इस प्रकार से अर्धसूत्री विभाजन और युगमकजननआपस में अन्तर संबंधित होते हैं।
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